[04/06, 12:49 am] BK Akansha: अपनीnazro से baba उठाते हमने,,,रोज palko pe apni बिठाते hume ।।।meethe meethe मेरे लाडले बच्चे keh kar अपना सब hi लुटाते हमारे liye।।।आप baba है आए हमारे liye।।।स्वर्ग सौगात लाए हमारे liye।प्यारे अपने paramdham को छोड़ कर प्रेम में name अपने सभी छोड़ कर। ।। [04/06, 12:53 am] BK Akansha: धरती हो या Gagan ho।।।madhuban hi या vatan ho।।।rehte कहीं भी baba ।।तुम्हें साथ अपने paye।।।हम पर तुम्हारे saaye।।।हम पर तुम्हारे saaye।।।शुभ भावनायें रखना हमको सीखा रहे ho।।।शुभ कामना की सेवा करना सीखा रहे ho।बनकर videdhi बाबा बनना हमने sikhaye।।।rehte कहीं भी baba तुम्हें साथ अपने paye। [04/06, 12:55 am] BK Akansha: आपने baba हमने कितनी हसीन तकदीर di।।।जिंदगी जीने की हमको एक नयी tadbeer di।।।। [04/06, 12:59 am] BK Akansha: कभी दिल में कभी पलकों पर हमको बिठाते हो। jo हमको पढ़ते ho।।।।अपने से ऊंचा बनाने वाले baba।।अपने से आगे बढाने वाले बाबा । [04/06, 1:01 am] BK Akansha: शिव बाबा को लगते प्यारे दिन रात जो सेवा में guzare।।।बनते वो shiv के नैन सितारे दिन र
स्वर्णिम युग की महिमा कितनी आलौकिक न्यारी,देवी देवताओं वाली दुनिया वहीँ है प्यारी सुखदायी जहा सूरज,चंदा शीतलता देता,वहां का हर सितारा शांति का दान देता। 16 कला से संपूर्ण सब रहते है नर नारी,देवी देवताओं वाली दुनिया यही है न्यारी इच्छा मात्रम अविद्या यहां सदा रहते,हर पल नहीं जीवन मे नही कमी रहती हीरे jawaharo के महल जहां निराले,पावन रहते सब ही पीते अमृत प्याले ताज तिलक तख्त से हर आत्मा रहे shringari
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